नहीं हूँ हारा अबला हूँ मैं अब मैं गाँव नहीं हूँ गलत नहीं हूँ मैं बस थोड़ी सी अलग हूँ लोगों से। मैं नारी हूँ । मैं अबला नहीं सबला नारी हूँ । मैं इस सरकार का अस्तित्व हूँ। पंछी बदलना सुबह शान गहरी रात

Hindi नहीं हूँ Poems